*मुस्कान और मदद ये दो* *ऐसे इत्र हैं जिन्हें जितना* *अधिक आप दूसरों पर* *छिड़केंगे उतने ही* *सुगन्धित आप स्वंय होंगे..
*लोग बुरे नहीं होते....* , *बस जब हमारे मतलब के नहीं होते..तो बुरे लगने लगते हैं॥* *समझना है जिंदगी को,तो पीछे देखो,* *जीना है जिंदगी को..तो आगे देखो।* *हम भी वही होते हैं, रिश्ते भी वही होते हैं और रास्ते भी वही होते हैं।* *बदलता है तो बस ,,,,समय, एहसास, और नज़रिया॥* *जय श्री राम *