Skip to main content

Understand Difference between

राम राम जी

           गुरु देव जी की कृपा से यह निवेदन है कि  आज से अपनी *आवश्यकताओं* और *वासनाओं* के बीच के *अंतर* को समझने के लिए *स्वयं की खोज* शुरू की जाए

स्वयं की खोज से ही शांति और परमानन्द की प्राप्ति होगी ।।

जितना अधिक से अधिक स्वाध्याय होगा उतना ही लाभ 😊

Comments

Popular posts from this blog

both Like

*मुस्कान और मदद ये दो*          *ऐसे इत्र हैं जिन्हें जितना*         *अधिक आप दूसरों पर*            *छिड़केंगे उतने ही*        *सुगन्धित आप स्वंय होंगे..

देर से ही सही मिलता जरूर है

*_✏अगर रास्ता खूबसूरत है तो,_*                      *_पता कीजिये_*         *_किस मंजिल की तरफ जाता है !_*     *_लेकिन अगर मंजिल खूबसूरत हो तो,_*      *_कभी रास्ते की परवाह मत कीजिये !!_*                 *_मेहनत का फल और_*                    *_समस्या का हल_*         *_देर से ही सही मिलता जरूर है._*

God Only Tell This...

जरा इतना तो बता दो प्रभु, यह कैसी लगन लगा रहे हो,               मुझ में रहकर मुझ से ही , अपनी तलाश करवा रहे हो ....  🙏 *जय श्रीकृष्ण*🙏