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About Shree Krishna

*जिसने पैदा होते ही संसार को मोह लिया*🚩
*अपने को बंधन से मुक्त कर नन्द के घर पहुँचे*🚩
*जिसने अपने को मारने आए राक्षसो को भी मोक्ष दे दिया*🚩
*पूतना जो जहर पिलाने आई थी उसको भी वात्सल्य दिया और उसको परमधाम पहुंचा दिया*🚩
*जिसने अपने साथियो को माखन खिलाया*🚩
*जिसने अपनी बुद्धि विवेक बल से कालिया का मर्दन किया*🚩
*जिसने गोचारण के लिए रो रो के पूरा नन्द गाँव हिला दिया*🚩
*जिसने अपनी बंसी की तान पर सबको झूमा दिया*🚩
*जिसने कंस जैसे निर्दयी पापी का वध किया*🚩
*जिसने पांडवो की रक्षा की लाक्षाग्रह से*🚩
*जिसने द्रोपदी का मान बचाया*🚩
*जिसने अपने राजकुमार भाई भतीजा सभी से रिश्ते  निभाए*🚩
*जिसने सखा भाव निभाया*🚩
*जिसने प्रेम भाव निभाया*🚩
*जिसने प्राणियो को जीने की कला सिखाई*🚩
*जिसने गीता जैसा पावन ग्रन्थ कह डाला*🚩
*जिसने रासलीला रचाई*🚩
*जिसने हमें जीना सिखाया*🚩
*जिसने हमें माधुर्य रस का आनंद दिया*🚩
*जो हैं भक्तो का भगवान् जो सुनते पुकार हैं जो जीवन का आधार है उन्ही करुणामयी ममतामयी प्रभुत्व सरकार के जन्मोत्सव जन्माष्टमी की कोटि कोटि बधाई सभी बन्धुओं  को।*🚩

*जय जय श्री कृष्ण*🚩
*धन्यवाद🚩🚩🙏🏻*

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रहस्यमई “चूडामणि” का अदभुत रहस्य “ आज हम रामायण में वर्णित चूडामणि की कथा बता रहे है। इस कथा में आप जानेंगे की- १–कहाँ से आई चूडा मणि ? २–किसने दी सीता जी को चूडामणि ? ३–क्यों दिया लंका में हनुमानजी को सीता जी ने चूडामणि ? ४–कैसे हुआ वैष्णो माता का जन्म? चौ.-मातु मोहि दीजे कछु चीन्हा। जैसे रघुनायक मोहि दीन्हा।। चौ–चूडामनि उतारि तब दयऊ। हरष समेत पवनसुत लयऊ।। चूडामणि कहाँ से आई? सागर मंथन से चौदह रत्न निकले, उसी समय सागर से दो देवियों का जन्म हुआ – १– रत्नाकर नन्दिनी २– महालक्ष्मी रत्नाकर नन्दिनी ने अपना तन मन श्री हरि ( विष्णु जी ) को देखते ही समर्पित कर दिया ! जब उनसे मिलने के लिए आगे बढीं तो सागर ने अपनी पुत्री को विश्वकर्मा द्वारा निर्मित दिव्य रत्न जटित चूडा मणि प्रदान की ( जो सुर पूजित मणि से बनी) थी। इतने में महालक्षमी का प्रादुर्भाव हो गया और लक्षमी जी ने विष्णु जी को देखा और मनही मन वरण कर लिया यह देखकर रत्नाकर नन्दिनी मन ही मन अकुलाकर रह गईं सब के मन की बात जानने वाले श्रीहरि रत्नाकर नन्दिनी के पास पहुँचे और धीरे से बोले ,मैं तुम्हारा भाव जानता हूँ, पृथ्व...

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