*दिल की अलमारी में सतगुरु*
*भक्ति का खजाना छुपाया है,*
*कोई लूटे भी कैसे उसे,*
*प्रेम का ताला लगाया है।*
*दुनिया की सारी दौलत को*
*सतगुरु मैने तो ठुकराया है*
*आपकी रहमत से*
*भक्ति का खजाना पाया 🌺🌺
*भक्ति का खजाना छुपाया है,*
*कोई लूटे भी कैसे उसे,*
*प्रेम का ताला लगाया है।*
*दुनिया की सारी दौलत को*
*सतगुरु मैने तो ठुकराया है*
*आपकी रहमत से*
*भक्ति का खजाना पाया 🌺🌺
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