Skip to main content

बुद्धि कहां मिल सकती है


बुद्धि कहां मिल सकती है? और समझ का स्थान कहां है?
  उसका मोल मनुष्य को मालूम नहीं, जीवनलोक में वह कहीं नहीं मिलती!
   चोखे सोने देकर भी उसे मोल लिया नहीं जा सकता। और न उसके दाम के लिये चान्दी तौली जाती है।
   न सोना, न कांच उसके बराबर ठहर सकता है, कुन्दन के गहने के बदले भी वह नहीं मिलती।
  मूंगे उौर स्फटिकमणि की उसके आगे क्या चर्चा! बुद्धि का मोल माणिक से भी अधिक है।
    फिर बुद्धि कहां मिल सकती है? और समझ का स्थान कहां?
   वह सब प्राणियों की आंखों से छिपी है।
   परन्तु परमेश्वर उसका मार्ग समझता है, और उसका स्थान उसको मालूम है।
   प्रभु का भय मानना यही बुद्धि है: और बुराई से दूर रहना यही समझ है।
   जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं, उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है; और जो उस को पकड़े रहते हैं, वह धन्य हैं॥
======================




Fhjhgfg
=====================

Comments

Popular posts from this blog

both Like

*मुस्कान और मदद ये दो*          *ऐसे इत्र हैं जिन्हें जितना*         *अधिक आप दूसरों पर*            *छिड़केंगे उतने ही*        *सुगन्धित आप स्वंय होंगे..

देर से ही सही मिलता जरूर है

*_✏अगर रास्ता खूबसूरत है तो,_*                      *_पता कीजिये_*         *_किस मंजिल की तरफ जाता है !_*     *_लेकिन अगर मंजिल खूबसूरत हो तो,_*      *_कभी रास्ते की परवाह मत कीजिये !!_*                 *_मेहनत का फल और_*                    *_समस्या का हल_*         *_देर से ही सही मिलता जरूर है._*

God Only Tell This...

जरा इतना तो बता दो प्रभु, यह कैसी लगन लगा रहे हो,               मुझ में रहकर मुझ से ही , अपनी तलाश करवा रहे हो ....  🙏 *जय श्रीकृष्ण*🙏